तुम प्रिया हो या प्रिये हो
ये ज़रा मुझको बताओ ?
प्रियतमा हो क्या किसी की
राज अब ये खोल जाओ l
तुम प्रिया हो या प्रिये हो
ये ज़रा मुझको बताओ ?
हर कवी की कल्पना में
रूप बसता है तुम्हारा
हर वियोगी प्रेम का
बस ढूंढता तेरा सहारा
प्रेरणा हो प्रेम की तुम
कुछ मुझे भी तो सिखाओ l
तुम प्रिया हो या प्रिये हो
ये ज़रा मुझको बताओ ?
छा गई नभ में घटाएं
केश जब तुमने संवारा
होंठ जब तुमने हिलाए
बन गया संगीत सारा
शस्त्र सब जग के नयन में
तीर कुछ मुझपर चलाओ l
तुम प्रिया हो या प्रिये हो
ये ज़रा मुझको बताओ ?
चाल तुम ऐसी चलो
ना मोरनी को हो गंवारा
पाँव पर तेरे झुका
इस विश्व का सौन्दर्य सारा
मोहिनी का रूप हो तुम
कुछ मुझे भी तो रिझाओ l
तुम प्रिया हो या प्रिये हो
ये ज़रा मुझको बताओ ?
हो लता की भांति कोमल
अंग कंचन सा तुम्हारा
और इस मासूमियत ने
है बहुत तुमको निखारा
राज को खुद में छिपाकर
और मत मुझको सताओ l
तुम प्रिया हो या प्रिये हो
ये ज़रा मुझको बताओ ?
गीत मै तुम पर बनाऊँ
मन यही तो था तुम्हारा
तुच्छ सी कोशिश हमारी
काश तुम कह दो है प्यारा
अर्थ शब्दों को मिलेंगे
तुम इसे जो गुनगुनाओ l
तुम प्रिया हो या प्रिये हो
ये ज़रा मुझको बताओ ?
प्रियतमा हो क्या किसी की
राज अब ये खोल जाओ ll
"Raj Kant"
राज
ये ज़रा मुझको बताओ ?
प्रियतमा हो क्या किसी की
राज अब ये खोल जाओ l
तुम प्रिया हो या प्रिये हो
ये ज़रा मुझको बताओ ?
हर कवी की कल्पना में
रूप बसता है तुम्हारा
हर वियोगी प्रेम का
बस ढूंढता तेरा सहारा
प्रेरणा हो प्रेम की तुम
कुछ मुझे भी तो सिखाओ l
तुम प्रिया हो या प्रिये हो
ये ज़रा मुझको बताओ ?
छा गई नभ में घटाएं
केश जब तुमने संवारा
होंठ जब तुमने हिलाए
बन गया संगीत सारा
शस्त्र सब जग के नयन में
तीर कुछ मुझपर चलाओ l
तुम प्रिया हो या प्रिये हो
ये ज़रा मुझको बताओ ?
चाल तुम ऐसी चलो
ना मोरनी को हो गंवारा
पाँव पर तेरे झुका
इस विश्व का सौन्दर्य सारा
मोहिनी का रूप हो तुम
कुछ मुझे भी तो रिझाओ l
तुम प्रिया हो या प्रिये हो
ये ज़रा मुझको बताओ ?
हो लता की भांति कोमल
अंग कंचन सा तुम्हारा
और इस मासूमियत ने
है बहुत तुमको निखारा
राज को खुद में छिपाकर
और मत मुझको सताओ l
तुम प्रिया हो या प्रिये हो
ये ज़रा मुझको बताओ ?
गीत मै तुम पर बनाऊँ
मन यही तो था तुम्हारा
तुच्छ सी कोशिश हमारी
काश तुम कह दो है प्यारा
अर्थ शब्दों को मिलेंगे
तुम इसे जो गुनगुनाओ l
तुम प्रिया हो या प्रिये हो
ये ज़रा मुझको बताओ ?
प्रियतमा हो क्या किसी की
राज अब ये खोल जाओ ll
"Raj Kant"
राज
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